भजमन शंकर भोलेनाथ, डमरू मधुर बजाने वाले
पूरन ब्रह्म सदा अविनाशी, शीश जटा जल गंग विलासी
पूरन ब्रह्म सदा अविनाशी, शीश जटा जल गंग विलासी
मुक्ति हेतू बसाई काशी,विजया भोग लगाने वाले
भजमन शंकर भोलेनाथ, डमरू मधुर बजने वाले,
अंग विभूति गले मुंडमाला, कर त्रिशूल पहने मृगछाला
भजमन शंकर भोलेनाथ, डमरू मधुर बजने वाले,
अंग विभूति गले मुंडमाला, कर त्रिशूल पहने मृगछाला
भोले ऐसे दीन दयाला, बिगड़े काम बनाने वाले
भजमन शंकर भोलेनाथ ( 2 )
सकल मनोरथ पूर्णकारी, भावयु मेट सके त्रिपुरारी
गिरिजापति कैलाश बिहारी, प्रभु महादेव कहाने वाले
गिरिजापति कैलाश बिहारी, प्रभु महादेव कहाने वाले
भजमन शंकर भोलेनाथ ( 2 )
जो नित गान प्रभु का गावे, सब सुख भोग परम पद पावे
सेवक निसदिन शीश नवावें, आवागमन छुड़ाने वाले
सेवक निसदिन शीश नवावें, आवागमन छुड़ाने वाले
भजमन शंकर भोलेनाथ, डमरू मधुर बजाने वाले
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