ओ जाई जाई जाई गणपति गान राजू
मगन भारण कारण शुभ काजू
जाई गणपति गणेश भगवान
मंगल मूर्ति करो कल्याण
ओ जाई गज़्बडन सदन सुख दाता
विश्वविनायक बुद्धि विधाता
जाई गणपति गणेश भगवान
मंगल मूर्ति करो कल्याण
ओ वक्रतुंड सूची सुन्न्द सुहावन
तिलक त्रिपुणद ललाट लुभावन
जाई गणपति गणेश भगवान
मंगल मूर्ति करो कल्याण
ओ अर्ध चंद्रा मस्तक पेर सोहे
च्चवि लाखी सुर नर मुनि मॅन मोहे
जाई गणपति गणेश भगवान
मंगल मूर्ति करो कल्याण
ओ रजित मानी मुक्कटान उर माला
स्वरण मुकट नयन विशला
जाई गणपति गणेश भगवान
मंगल मूर्ति करो कल्याण
ओ पुस्तक पानी उठा त्रिशूलाम
मोदक भोग सुगंधित फूलम
जाई गणपति गणेश भगवान
मंगल मूर्ति करो कल्याण
ओ सुंदर पीताम्बर टन साजे
चरण पाड़ुका मुनि मॅन राजे
जाई गणपति गणेश भगवान
मंगल मूर्ति करो कल्याण
ओ धन शिव आसुअन खड़ा नं भ्राता
गौरी के लालन विश्वा विख्याता
जाई गणपति गणेश भगवान
मंगल मूर्ति करो कल्याण
ओ रिद्धि सिद्धि टेयरो चवर दुलावे
मूषक वाहन साहट आवये
जाई गणपति गणेश भगवान
मंगल मूर्ति करो कल्याण
ओ कन्हु जानम सूभ कथा तुम्हारी
एक समय गिरिराज कुमारी
गौरी कृपा सुंदर च्चवि धाम
बालक एक बना अविराम
ओ बनायो बदन मैल की मूरत
आती च्चवि वंत मोहनी सूरत
गौरी कृपा सुंदर च्चवि धाम
बालक एक बना अविराम
ओ सोई बालक ड्योड्ी पेर लाई
द्वारपाल रूप तुम्ही बैठाई
आअए गये शंकर भगवान
देखा एक बालक अंजन
ओ ताही समय शंकरजई आआयो
बिन पहचान जान नही पायो
आआही गये शंकर भगवान
देखा बालक अंजन
पूच्छे शिव तुम कही के लाला
कैसे यहा बैठे द्वारपाल
आआही गये शंकर भगवान
देखा बालक अंजान
मई गिरिजसूत तुमसे बटावट
क्योकि बिन छीन्े कोई जान ना पावत
अचरज मे शंकर भगवान
आंदार को कीन्ो प्रस्थान
ओ भवन धरो मत पाव उभरी
तुम बोलो पहच्छान तुम्हारी
अचरज मे शंकर भगवान
बोले राह छ्चोड़ नादान
ओ आवेगी मा तो पूचहकर जाओ
बालक से मत रार बदाओ
अचरज मे शंकर भगवान
बोले राह छ्चोड़ नादान
ओ जैसे ही शिव धरे पाव आगदी
मचायो तुरत झगड़ा तब भारी
मचा गया तब भारी संग्राम
गौरी सूट संग शिव बलवान
ओ तट क्षद कच्चू शंका अर धारी
शिव त्रिशूल डियो झट मारी
मचा गया तब भारी संग्राम
गौरी सूट संग शिव बलवान
ओ कोमल फूल उस शिर काट गाहूं
छत गगन लोक तह भायहूं
होनी हॉट बड़ी बलवान
पल मे बदल गयो अनुमान
ओ शंभू गये भवन मज़हारी
बैठी जान्हा गिरिराज कुमारी
होनी हॉट बड़ी बलवान
पल मे बदल गयो अनुमान
ओ करात विनोद शंभू सकूचाए
काहऔ सती कब जन्माए
होनी हॉट बड़ी बलवान
पल मे बदल गयो अनुमान
तुरत ही कथा प्रगट भाए सारी
करी सोच गिरिजा मॅन भारी
होनी हॉट बड़ी बलवान
पल मे बदल गयो अनुमान
ओ कियो भले स्वामी तुम जाओ
लाओ सुमन जहा से भी पाओ
होनी हॉट बड़ी बलवान
पल मे बदल गयो अनुमान
ओ भागे तुरंत संभू विगयानी
छाती पे हाथी के सिर आअनी
होनी हॉट बड़ी बलवान
पल मे बदल गयो अनुमान
ओ धड़े उपार स्थापित कर डेन्हे
प्राण वायु संचालित किन्हे
जाई गणपति गणेश भगवान
मंगल मूर्ति करो कल्याण
ओ नाम गणेश संभू तब किन्हे
बनहू भूद्धि निधि आस बार दिन्हे
जाई गणपति गणेश भगवान
मंगल मूर्ति करो कल्याण
ओ प्रथम पूज्या तुम हो सुखड़ाता
आती सूची विधया बोद्धि सूगयता
जाई गणपति गणेश भगवान
मंगल मूर्ति करो कल्याण
ओ नाम तुम्हारे प्रथम ले कोई
कारज कराई सकल सिद्धि होई
जाई गणपति गणेश भगवान
मंगल मूर्ति करो कल्याण
ओ तुम सुमीरात सम्मति नाना
तुम्हे विशारद नही कल्याणा
जाई गणपति गणेश भगवान
मंगल मूर्ति करो कल्याण
ओ बुद्धि पारिख़शा जब शिव किन्हा
प्रथवी करे प्रतीक्षणा तब लीना
जाई गणपति गणेश भगवान
मंगल मूर्ति करो कल्याण
ओ राम नाम लिखी माही पर्यंका
सात भावर दी करेई ना शंका
जाई गणपति गणेश भगवान
मंगल मूर्ति करो कल्याण
ओ तुम्हारो महिमा बुद्धि बड़ाई
शेष सहश मुख सकाई ना गाइ
जाई गणपति गणेश भगवान
मंगल मूर्ति करो कल्याण
ओ मई माटी हीन मलीं दुखारी
करऔ कौन विधि विनय तुम्हारी
जाई गणपति गणेश भगवान
मंगल मूर्ति करो कल्याण
ओ अब प्रभु दया दीं पेर कीजे
अपनी भक्ति शक्ति कच्चू डीजे
जाई गणपति गणेश भगवान
मंगल मूर्ति करो कल्याण
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