तेरी राह तके ब्रिजवाला
ग्वाल-बाल एक-एक से
पूंछें कहाँ हैं मुरली वाला रे
कोई ना जाने कुञ्ज
गलिन में
गलिन में
तुम बिन कलियाँ
चुनने को
चुनने को
तरस रहें हैं यमुना
के तट
के तट
धुन मुरली की
सुनने को
सुनने को
अब तो दर्श दिखा
दे नटखट
दे नटखट
क्यों दुविधा में
डाला रे
डाला रे
संकट में है आज
वो धरती
वो धरती
जिसपर तूने
जन्म लिया
जन्म लिया
पूरा कर दे आज
वचन वो
वचन वो
गीता में जो
तूने दिया
तूने दिया
तुम बिन मोहन
कोई नहीं है
कोई नहीं है
भारत का रखवाला रे
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