kaun kehta hai sai aate nhi aap radha ki tarha bhulate nhi


कौन कहता है साई आते नहीं,
आप राधा की तरह भुलाते नहीं,


मासा माई से हाथो से खाये रोटी,
कभी लक्ष्मी के हाथो से खाये खिचड़ी,
कौन कहता है साई खाते नहीं,
आप सबुरी की तरह खिलाते नहीं,
कौन कहता है साई आते नहीं,



दास कण के भजन में मगन साजे,
साई पाँव में घुंगरू बाँध के नाचे,
कौन कहता है साई नाचते नहीं,
आप गोपियों की तरह नाचते नहीं,
कौन कहता है साई आते नहीं 



पालकी के पलना में साई बैठे,
द्वारका माई के अंगना में साई सोहे,
कौन कहता है साई सोते नहीं,
आप यशोदा की तरह सुलाते नहीं,
कौन कहता है साई आते नहीं 



कात्या को तुमने तारा अपनी आयु देकर,
श्यामा का ज़हर उतारा सतका पीट पीट कर ,
कौन कहता है साई संकट हरते नहीं,
आप द्रोपती की तरह पुकार ते नहीं,
कौन कहता है साई आते नहीं




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