Mera Sanwra Mujhe MIl Gaya

मैं तो बंदा था किस्मत का मारा
श्याम तेरा मिला जब सहारा
मेरी किस्मत का दाग धूल गया
मेरा सांवरा मुझे मिल गया
मेरे अपनो ने मुझको सताया
मैंने खुद को अकेला ही पाया
मेरे अपने हुए सब पराए
नहीं चाहते हैं दिन वह भुलाए
रोते दिल ने तुझे जब पुकारा
बन के आया तू मेरा सहारा
मेरी किस्मत का द्वार खुल गया
मेरा सांवरा मुझे मिल गया
तुझे मिलता नहीं मेरे दाता
बोलो कैसे मैं जीवन बिताता
मैंने दर दर की ठोकर है खाई
तेरी भक्ति यहां खींच लाई
तेरे चरणों में पाया ठिकाना
श्याम तेरा हुआ मैं दीवाना
मेरे हृदय का फूल खिल गया
मेरा सांवरा मुझे मिल गया
बिना पानी के नइया चले हैं
बिना बोले ही संकट चले हैं
बिना मांगे ही झोली यह भरता
बिना पूछे ही कष्टों को हर्ता
मेरे आंसू यही पूछ डाले
मेरा जीवन इसी के हवाले
हर्ष ग़म का तूफान टल गया
मेरा सांवरा मुझे मिल गया

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